साल्विया में कीट परागण Insect Pollination in Salvia
साल्विया के पुष्प में दलपुंज (corolla) द्वि-ओष्ठी biceps होता है तथा इसमें दोनो पुंकेसर stamens दलपुंज नाल से जुड़े रहते हैं। साल्विया में योजी चौड़ा व बड़ा होता है अतः परागकोष की पालियां इसके दों सिरों पर स्थित होती हैं जिनमें से एक बन्ध्य होती है। ऊपरी सिरे की पाली बड़ी व क्रियाशील (active) होती है।
मकरन्द की खोज में जब कीट पुष्प के निचले ओष्ठ पर बैठता है तथा मकरन्द के लिए जैसे ही बन्धय प्लेट को धकेलता है तो योजी के दूसरे सिरे पर स्थिर उर्वर परागकोषपाली के कीट की पीठ से टकराने से उस पर परागकण चिपक जाते हैं। जब यह कीट मकरन्द प्राप्ति हेतु दूसरे पुष्प पर बैठता है, जिसकी वर्तिकाग्र नीचे लटकी होती है तो कीट की पीठ वर्तिकाग्र से छू जाती है तथा परागण सम्पन्न हो जाती है।
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