पुष्कर झील
- पुष्कर झील राजस्थान की मीठे पानी की झील
- पुष्कर झील को सर्वप्रथम पुष्करणा ब्राह्मणों के द्वारा खोदा जाने के कारण इसका नाम पुष्कर झील पड़ा
- पुष्कर झील के किनारे ब्रह्मा जी का मंदिर है
- पुष्कर झील का पुनः निर्माण मराठाओं द्वारा करवाया गया था
- पुष्कर झील राजस्थान की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील
- इसी झील को कालाडेरा झील के नाम से भी जाना जाता है
- पुष्कर झील को हिंदुओं का पांचवा तीर्थ, तीर्थो का मामा , और सबसे पवित्र झील के नाम से जाना जाता है
- यहीं पर वेदव्यास ने महाभारत की रचना की थी
- यहीं पर मेनका ने विश्वामित्र की तपस्या भंग की थी और कौरवों पांडवों का मिलन इसी झील के पास में हुआ था
- पुष्कर झील में रामजी के पिता दशरथ का पिंड दान किया गया था
- कार्तिक पूर्णिमा को पुष्कर का मेला लगता है
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पिछोला झील
- पिछोला झील बेड़च नदी पर स्थित है , पिछोला झील का निर्माण राणा लाखा के काल में एक बंजारे ने करवाया था
- पिछोला झील में बिजारी नामक स्थान पर नटनी की स्मृति में नटनी का चबूतरा बनाया गया है।
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राजसमंद झील
- राजसमंद झील राजस्थान के राजसमंद जिले में है
- राजसमंद झील का निर्माण राज सिंह ने करवाया था
- संसार की सबसे बड़ी प्रशस्ति राज प्रशस्ति राजसमंद झील पर ही स्थित है राज प्रशस्ति में मेवाड़ का इतिहास लिखा हुआ है
- राजसमंद झील राजस्थान की दूसरी बड़ी कृत्रिम झील है
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नक्की झील
- नक्की झील माउंट आबू में स्थित है
- नक्की झील सबसे ऊंची और सबसे गहरी विवर्तनिकी झील है
- नक्की झील का निर्माण देवताओं ने नाखून से किया था
- नक्की झील राजस्थान की एकमात्र झील है जो सर्दियों में जम जाती है
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कायलाना झील
- कायलाना झील पहले प्राकृतिक झील थी जिसको वर्तमान स्वरूप सर प्रताप ने दिया
- कायलाना झील के किनारे माचिया सफारी पार्क स्थित है।
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जयसमंद झील
- जयसमंद झील भारत की दूसरी और राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है
- जयसमंद झील का पुराना नाम ढेबर झील है।
- जयसमंद झील का निर्माण जयसिंह ने करवाया था इस झील के कुछ साथ टापू है
- जयसमंद झील में स्थित बड़े टापू को बाबा का भागड़ा और सबसे छोटे टापू को प्यारी कहते है
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राजस्थान की मीठे पानी की अन्य झीले
- सिलीसेढ़ झील (अलवर) – सिलीसेढ़ झील को राजस्थान का नंदन कानन कहते हैं
- मोती झील भरतपुर – मोतीझील को भरतपुर की जीवन रेखा / लाइफलाइन कहते हैं
- आनासागर झील अजमेर – आना सागर झील नाग पहाड़ व तारागढ़ के मध्य स्थित है जिसका निर्माण अर्णौराज ने करवाया था
- फाॅय सागर झील अजमेर – झील का निर्माण इंजीनियर फाॅय ने करवाया था
- फतेहसागर झील उदयपुर
- किशोर सागर झील झालावाड़
- चोपड़ा झील सिरोही
- गजनेर झील बीकानेर – गजनेर झील को पानी का शुद्ध दर्पण की उपमा दी गई है
- कोलायत झील बीकानेर
- बालसमंद झील जोधपुर
- राम सागर झील राम सागर झील सारस क्रेन के लिए प्रसिद्ध है
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