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राजस्थान की मीठे पानी की झीले fresh water lakes of Rajasthan in Hindi 2022

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राजस्थान की मीठे पानी की झीले, fresh water lakes of Rajasthan in Hindi

पुष्कर झील पुष्कर झील राजस्थान की मीठे पानी की झील पुष्कर झील को सर्वप्रथम पुष्करणा ब्राह्मणों के द्वारा खोदा जाने के कारण इसका नाम पुष्कर झील पड़ा पुष्कर झील के किनारे ब्रह्मा जी का मंदिर temple है पुष्कर झील का पुनः निर्माण मराठाओं द्वारा करवाया गया था पुष्कर झील राजस्थान की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील इसी Lake को कालाडेरा झील के नाम से भी जाना जाता है पुष्कर झील को हिंदुओं का पांचवा तीर्थ, तीर्थो का मामा , और सबसे पवित्र झील के नाम से जाना जाता है यहीं पर वेदव्यास ने महाभारत की रचना की थी यहीं पर मेनका ने विश्वामित्र की तपस्या भंग की थी और कौरवों पांडवों का मिलन इसी Lake के पास में हुआ था पुष्कर झील में रामजी के पिता दशरथ का पिंड दान किया गया था कार्तिक पूर्णिमा को पुष्कर का मेला लगता है
पिछोला झील पिछोला झील बेड़च नदी पर स्थित है , पिछोला झील का निर्माण राणा लाखा के काल में एक बंजारे ने करवाया था पिछोला झील में बिजारी नामक स्थान पर नटनी की स्मृति में नटनी का चबूतरा बनाया गया है।
राजसमंद झील राजसमंद झील राजस्थान के राजसमंद जिले में है राजसमंद झील का निर्माण राज सिंह ने करवाया था संसार की सबसे बड़ी प्रशस्ति राज प्रशस्ति राजसमंद झील पर ही स्थित है राज प्रशस्ति में मेवाड़ का इतिहास लिखा हुआ है राजसमंद झील राजस्थान की दूसरी बड़ी कृत्रिम झील है
नक्की झील नक्की झील माउंट आबू में स्थित है नक्की झील सबसे ऊंची और सबसे गहरी विवर्तनिकी झील है नक्की झील का निर्माण देवताओं ने नाखून से किया था नक्की झील राजस्थान की एकमात्र झील है जो सर्दियों में जम जाती है
कायलाना झील कायलाना झील पहले प्राकृतिक झील थी जिसको वर्तमान स्वरूप सर प्रताप ने दिया कायलाना झील के किनारे माचिया सफारी पार्क स्थित है।
जयसमंद झील जयसमंद झील भारत की दूसरी और राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है जयसमंद झील का पुराना नाम ढेबर झील है। जयसमंद झील का निर्माण जयसिंह ने करवाया था इस झील के कुछ साथ टापू है जयसमंद झील में स्थित बड़े टापू को बाबा का भागड़ा और सबसे छोटे टापू को प्यारी कहते है
राजस्थान की मीठे पानी की अन्य झीले  सिलीसेढ़ झील (अलवर) – सिलीसेढ़ झील को राजस्थान का नंदन कानन कहते हैं मोती झील भरतपुर – मोतीझील को भरतपुर की जीवन रेखा / लाइफलाइन कहते हैं आनासागर झील अजमेर – आना सागर झील नाग पहाड़ व तारागढ़ के मध्य स्थित है जिसका निर्माण अर्णौराज ने करवाया था फाॅय सागर झील अजमेर – झील का निर्माण इंजीनियर फाॅय ने करवाया था फतेहसागर झील उदयपुर किशोर सागर झील झालावाड़ चोपड़ा झील सिरोही गजनेर झील बीकानेर – गजनेर झील को पानी का शुद्ध दर्पण की उपमा दी गई है कोलायत झील बीकानेर बालसमंद झील जोधपुर राम सागर झील राम सागर झील सारस क्रेन के लिए प्रसिद्ध है
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