मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को एक गुजराती हिंदू मोध बनिया परिवार पोरबंदर (जिसे सुदामापुरी के नाम से भी जाना जाता है) में हुआ था, उनके पिता, करमचंद उत्तमचंद गांधी (1822-1885) ने पोरबंदर राज्य के दीवान (मुख्यमंत्री) के रूप में कार्य किया।
इस लेख के माध्यम से आप महात्मा गांधी के अनमोल विचारों Mahatma Gandhi quotes in Hindi के बारे में जानेंगे

महात्मा गांधी के अनमोल विचारों Mahatma Gandhi quotes in Hindi

एक विनम्र तरीके से, आप पूरी दुनिया

को हिला सकते हैं.

-महात्मा गांधी

ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं,

जो कहते हैं और जो करते हैं,

सामंजस्य में हों

-महात्मा गांधी

“जिस दिन से एक महिला रात में सड़कों पर स्वतंत्र रूप से चलने लगेगी,

उस दिन से हम कह सकते हैं कि भारत ने स्वतंत्रता हासिल कर ली हैं। “

-महात्मा गांधी

हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं, इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा

कोई कायर प्यार नहीं कर सकता है; यह तो बहादुर की निशानी है.

अपने ज्ञान पर ज़रुरत से अधिक यकीन करना मूर्खता हैं।

यह याद दिलाना ठीक होगा कि सबसे मजबूत कमजोर हो सकता है

और सबसे बुद्धिमान गलती कर सकता हैं।

-महात्मा गांधी

डर शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है।

-महात्मा गांधी

उफनते तूफ़ान को मात देना है

तो अधिक जोखिम उठाते हुए

हमें पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा।

-महात्मा गांधी

भविष्य में क्या होगा,

मैं यह नहीं सोचना चाहता।

मुझे वर्तमान की चिंता है।

ईश्वर ने मुझे आने वाले क्षणों पर

कोई नियंत्रण नहीं दिया है।

-महात्मा गांधी

ऐसे जिएं कि जैसे आपको कल मरना है

और सीखें ऐसे जैसे आपको

हमेशा जीवित रहना है ।

-महात्मा गांधी

अपनी गलती को स्वीकारना झाडू लगाने के समान है,

जो धरातल की सतह को चमकदार

और साफ कर देती है।

-महात्मा गांधी

आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देगी।

-महात्मा गांधी

गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती।

वह तो केवल अपनी ख़ुशबू बिखेरता है।

उसकी ख़ुशबू ही उसका संदेश है।

-महात्मा गांधी

किसी भी स्वाभिमानी व्यक्ति के लिए सोने की बेड़ियां,

लोहे की बेड़ियों से कम कठोर नहीं होगी।

चुभन धातु में नहीं वरन् बेड़ियों में होती है।

-महात्मा गांधी

कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है.

क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है.

-महात्मा गांधी

निःशस्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी।

-महात्मा गांधी

बापू ने कहा कि स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है, न कि सोना और चांदी.

क्रूरता का उत्तर क्रूरता से देने का अर्थ

अपने नैतिक व बौद्धिक पतन को स्वीकार करना है।

महात्मा गांधी

व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है.

वह जो सोचता है, वह बन जाता है.

ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है.

यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है.

गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं,

न कि लक्ष्य तक पहुंचने में.

खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।

महात्मा गांधी

मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है।

सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।

चलिए सुबह का पहला काम ये करें

कि इस दिन के लिए संकल्प करें कि मैं दुनिया में किसी से नहीं डरूंगा।

नहीं, मैं केवल भगवान से डरूं।

मैं किसी के प्रति बुरा भाव न रखूं।

मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं।

मैं असत्य को सत्य से जीतूं और असत्य का विरोध करते हुए

मैं सभी कष्टों को सह सकूं।

धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है. 

आप जो करते हैं वह नगण्य होगा.

लेकिन आपके लिए वह करना बहुत अहम है.

 

By admin

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