बैंकिग प्रणाली क्या है, बैंक का अर्थ, बैंकों के प्रकार, बैंकों का इतिहास

बैंकिग प्रणाली banking system

बैंक वितिय बाजार के मुद्रा बाजार के भाग है, बैंको का उल्लेख संविधान की सातवीं अनुसूची में किया गया है। बैंक अर्थव्यवस्था के तृतीयक क्षेत्रों में सम्मिलित किये जाते है ।

बैंक का अर्थ meaning of bank

बैंक ऐसी वितीय संस्थान है जो जनता की जमाओ को स्वीकार करती है तथा उनके मांगे जाने पर राशि वापस लौटा देती है।

बैंक दो प्रकार के होते है Type of bank

1. अनुसूचित बैंक

2. गैर अनुसूचित बैंक

1. अनुसूचित बैंक scheduled bank

जिनका उल्लेख RBI ACT 1934 की अनुसूची – 2 में वर्णन हो जिनका चुकता अंश पूंजी 5 लाख रू. से अधिक हो जिन पर RBI का पुर्ण नियंत्रण हो

2. गैर अनुसूचित बैंक Non scheduled bank

जिनका उल्लेख RBI अधिनियम 1934 की दूसरी अनुसूची मे नही हो। जिनका चुकता अंश पूंजी 5 लाख रू. से अधिक नही हो जिन पर RBI का पुर्ण नियंत्रण नाममात्र होता है।

बैंको के कार्य functions of banks

1.जनता की जमाए स्वीकार करना ।

2.जनता के मांगे जाने पर राशि लौटाना

3.ऋण उपलब्ध करवाना।

4.लॉकर सुविधा उपलब्ध करवाना।

5.विनिमय बिलो की कटौती करना।

6.अभियोजन का कार्य करना।

7.साख का सृजन करना।

भारत में बैंको का इतिहास History of Banks in India

1770 में बैंक ऑफ हिंदुस्तान के ना से युरोपियन बैंकिंग पद्धति पर आधारित बैंक खोला गया था, किंतु यह बैंक अपने कार्यों में सफल नहीं रहने के कारण से बंद कर दिया गया।

1806 में प्रसिडेंट बैंक ऑफ बंगाल की स्थापना । 1840 में प्रसिडेंट बैंक ऑफ बोम्बे की स्थापना।

1843 में प्रसिडेंट बैंक ऑफ मद्रास की स्थापना।

1861 में तीनों प्रसिडेंट बैंकों को नोट जारी करने का अधिकार दिया गया।

1865 मे इलाहबाद बैंक (वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे पुराना बैंक)

1881 अवध कॉर्मशियल बैंक (प्रथम भारतीयो द्वारा संचालित बैंक)

1894 पंजाब नेशनल बैंक (पूर्णरूप से भारतीयो द्वारा संचालित बैंक)

1933-1917 बैंकिग संकट अवधि

1921 इम्पीरियल बैंक ऑफ इण्डियां

चेम्बरलीन आयोग (1917) की सिफारिश पर 3 प्रेसिडेन्सी बैंको को एक करके इम्पीरियल बैंक ऑफ इण्डिया की स्थापना की गई।

1926 हिल्टन यंग आयोग का गठन (प्रथम केन्द्रीय बैंक की मांग )

1931 केन्द्रिय बैंकिंग जॉच आयोग की सिफारिश पर 1934 मे RBI की अधिनियम 1934 पारित किया गया।

1935 1अप्रेल 1935 में देश के केन्द्रिय बैंक के रूप मे RBI की स्थापना।

1949 1जनवरी 1949 को RBI का राष्ट्रीयकरण किया गया। इस समय RBI के गवर्नर देशमुख ये

1.7.1955 को AD गोरवाला समिति की सिफारिश पर इम्पीरियल बैंक ऑफ इण्डिया का राष्ट्रीयकरण करके इसका नाम SBI रखा गया।

19 जुलाई 1969 को बड़े बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया जिसकी जमा पुंजी 50 करोड रू. ये, उस समय के गवर्नर एल.के.झा. ये इस समय भारत चौथी पंचवर्षीय योजना चल रही थी।

1980 15 अप्रेल 1980 को 6 बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ था जिनकी जमा पुंजी 200 करोड़ रु. थी । इस समय RBI के गवर्नर IG पटेल थे I

1991- 99 बैंकिग व्यवस्था में सुधार हेतु नरसिंहा समिति प्रथम का गठन हुआ था

1अप्रेल 2017 के पांचों सहायक बैंक तथा भारतीय महिला का विलय SBI में कर दिया गया जिससे वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या 21 रह गई।

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