चाँदी के बारे में पूरी जानकारी

.

चाँदी ( Silver ) का संकेत Ag
चाँदी का परमाणु संख्या 47
चाँदी का परमाणु भार 107.87
चाँदी का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास [Kr] 4d¹⁰ 5s¹
चाँदी का आवर्त सारणी में स्थान वर्ग- IB , आवर्त – पाँचवा , ब्लॉक- d block
  • चाँदी प्रकृति में मुक्त एवं संयुक्त दोनों अवस्थाओं में पाया जाता है।
  • मैक आर्थर सायनाइड विधि द्वारा चाँदी धातु का निष्कर्षण मुख्यतः अर्जेण्टाइट अयस्क से किया जाता है।

चाँदी के भौतिक गुण ( Physical properties of silver in hindi )

  • चाँदी एक चमकदार नीलापन लिए हुए श्वेत धातु ह ।
  • यह बहुत ही आघातवर्ध्य और तन्य होता है। इसके इसी गुण के कारण इसका उपयोग आभूषण निर्माण में होता है।
  • इसका द्रवणांक (गलनांक) 960.7 °C, क्वथनांक 1954.9 °C तथा आपेक्षिक घनत्व 10.47 होता है।
  • यह ऊष्मा एवं विद्युत का सुचालक होता है। धातुओं में चाँदी सबसे अच्छा सुचालक होता है।

चाँदी के रासायनिक गुण ( Chemical properties of silver in hindi )

  • ( i ) यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ कोई प्रतिक्रिया नहीं करता है।
  • यह सोडियम सायनाइड के साथ घुलकर सोडियम अर्जेण्टो सायनाइड बनाता है।
  • यह 50 % तनु ( Dilute ) नाइट्रिक अम्ल के साथ नाइट्रिक ऑक्साइड गैस देता है।
  • इसे सान्द्र नाइट्रिक अम्ल के साथ गर्म करने पर NO गैस बनती है।
  • यह तनु सल्फ्यूरिक अम्ल से कोई अभिक्रिया नहीं करता है । चांदी के चम्मच से अंडा खाना वर्जित रहता है क्योंकि चांदी अंडे में उपस्थिति गंधक से प्रतिक्रिया कर काले रंग का सिल्वर सल्फाइड बनाती है और चम्मच नष्ट हो जाता है।

चांदी के उपयोग

  1. चांदी का उपयोग सिक्के आभूषण बर्तन बनाने में किया जाता है
  2. चांदी की पन्नी का उपयोग औषधि के रूप में दंत चिकित्सा में भी किया जाता है
  3. विद्युत लेपन, दर्पण की पॉलिश करने में भी चांदी का उपयोग किया जाता है 

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *